हड़बड़ी में जाने से इनकार करने से हेडकार्ड भड़क उठे और फिर रोजगार सेवकों और पंचायत सेवकों के साथ बहस शुरू हो गई। प्रभावित मामले को लेकर दोनों तरफ से चैनपुर थाना में शिकायत की गई है। पंचायत सचिव उपेंद्र उरांव ने कहा कि 10 फाइल में हस्ताक्षर मामले को लेकर प्रभावित होने की घटना हुई है।
गुमला जिले में महिला मुखिया की दबंगई (सांकेतिक तस्वीर)
झारखंड गुमला जिले में महिला हैडसेट की दबंगई का मामला सामने आया है। जहां महिला हेड पर रोजगार सेवक को पीटने का आरोप लगता है। इसके साथ ही महिला मुखिया ने पंचायत सेवकों के ऊपर से ईंटें फेंककर मामले की कोशिश की। मामला गुमला जिले के चैन पर प्रखंड का है। यहां चैनपुर प्रखंडों के मालम पंचायत के मुखिया सेनवा बीवी पर आरोप है कि उन्होंने अपने ही पंचायत के रोजगार सेवक रवींद्र बड़ाक की पिटाई की है। कर्सर के सामने ही रवींद्र बड़ाक को दौड़ा-दौड़ा कर चप्पल से पीटा है।
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पंचायत सचिव पर भी चिनाई की गई
इसलिए ही नहीं हेड ने पंचायत सचिव उपेंद्र उरांव के साथ भी प्रभावित करने का प्रयास किया। पंचायत सचिव पर पत्थर फेंके जाने पर वह किसी तरह बच गया। हालांकि प्रभावित की घटना को देखने के बाद घटना के वक्ता पंचायत कार्यकर्ता लोगों के बीच बचाव करके मामले को शांत करते हैं। मिली जानकारी के अनुसार रोजगार सेवक रवींद्र बड़ाक भाजपा अध्यक्ष मंडल के छोटे भाई हैं।
फाइल पर साइन करने से मना करने पर बौखलाई हेडड्रेस
उस समय घटना हुई थी हेड सेनवा बिन कुआं और टीसीबी से संबंधित 10 फाइल को लेकर पंचायत कार्य पहुंच रहा था। वहां उन्होंने फाइल में पंचायत सेवक उपेंद्र उरांव से और टीसीबी और कुंआ वाले फाइल पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा, जिसे पंचायत के सेवकों ने यह कहते हुए मना कर दिया कि मौजूदा विभाग की तरफ से संबंधित कोई योजना नहीं है जिस पर काम किया जा रहा है .
दोनों तरफ से दर्ज की गई लिखित शिकायत
हड़बड़ी में जाने से इनकार करने से हेडकार्ड भड़क उठे और फिर रोजगार सेवकों और पंचायत सेवकों के साथ बहस शुरू हो गई। प्रभावित मामले को लेकर दोनों तरफ से चैनपुर थाना में शिकायत की गई है। पंचायत सचिव उपेंद्र उरांव ने कहा कि 10 फाइल में हस्ताक्षर मामले को लेकर प्रभावित होने की घटना हुई है। रवींद्र बड़ाइक के साथ मारपीट हुई है। मेरे ऊपर भी चलने का प्रयास किया गया था, लेकिन बच गया।
झूठा दिखावा करने से इनकार किया
वहीं महिला हेड सेनवा बीवी ने हादसे की घटना को अस्वीकार कर दिया है। हेडेड ने रोजगार सेवक पर घूस का आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत सेवकों ने जमी के असाम जैसे व्यक्ति से रिकॉर्ड हासिल करने के नाम पर 40 हजार रुपये लिए हैं। जिसने भी लिखित शिकायत मिलने के बाद उसकी जांच की वह पंचायत के सेवकों तक पहुंचा, जिससे वह उलझ गया और गली गलौज करने लगा। हेडड्रेस ने धोखा देने से इनकार किया है।
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